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Tuesday, April 29, 2014

Fun : किस किस ने बचपन में ये हरकत की थी

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Fun : किस किस ने बचपन में ये हरकत की थी
# जब हमें जब जब लगता की हम विडियोगेम में हारने वाले हैं तो गेम री-स्टार्ट कर देना |
# जब हमारे पास चार रंगों से लिखने वाली एक पेन के सभी के बटन को एक साथ दबाने की कोशिश किया करना |
# दरवाज़े के पीछे छुपने वाले, ताकि अगर कोई आये तो उसे डरा सके
# On/Off वाले स्विच को बीच में अटकाने की कोशिश किया करना |
# पानी की 2 बूंदों को खिड़की से बहा के उनके बीच रेस लगवाना |
# फल के बीज को नहीं खाना किं पेट में पेड़ उगने से डरना
# फ्रिज को धीरे से बंद करके ये जानने की कोशिश करने वाले कि इसकी लाइट कब बंद होती हैं


 

Friday, April 25, 2014

काफी चमत्कारी औषधीय पौधा है एलोवेरा

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काफी चमत्कारी औषधीय पौधा है एलोवेरा

एलोवेरा एक औषधीय पौधा है और यह भारत में प्राचीनकाल से ग्वारपाठा या धृतकुमारी नाम से जाना जाता है। यह कांटेदार पत्तियों वाला पौधा है जिसमें रोग निवारण के गुण भरे हैं। औषधि की दुनिया में इसे संजीवनी भी कहा जाता है। इसे साइलेंट हीलर तथा चमत्कारी औषधि भी कहा जाता है। इसकी 200 से ज्यादा प्रजातियां हैं लेकिन इनमें से 5 प्रजातियां हीं हमारे स्वास्‍थ्‍य के लिए लाभकारी हैं। रामायण, बाइबिल और वेदों में भी इस पौधे के गुणों की चर्चा की गई है। एलोवेरा का जूस पीने से कई वीमारियों का निदान हो जाता है। आयुर्वेदिक पद्धति के मु‍ताबिक इसके सेवन से वायुजनित रोग, पेट के रोग, जोडों के दर्द, अल्सर, अम्‍लपित्‍त आदि बीमारियां दूर हो जाती हैं। इसके अलावा एलोवेरा को रक्त शोधक, पाचन क्रिया के लिए काफी गुणकारी माना जाता है।

एलोवेरा जूस के फायदे:

एलोवेरा में 18 धातु, 15 एमिनो एसिड और 12 विटामिन मौजूद होते हैं जो खून की कमी को दूर कर रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढाते हैं।

एलोवेरा के कांटेदार पत्तियों को छीलकर रस निकाला जाता है। 3 से 4 चम्मदच रस सुबह खाली पेट लेने से दिन-भर शरीर में चुस्ती व स्फूर्ति बनी रहती है।

एलोवेरा का जूस पीने से कब्ज की बीमारी से फायदा मिलता है।

एलोवेरा का जूस मेहंदी में मिलाकर बालों में लगाने से बाल चमकदार व स्वस्‍थ्‍य होते हैं।

एलोवेरा का जूस पीने से शरीर में शुगर का स्तर उचित रूप से बना रहता है।

एलोवेरा का जूस बवासीर, डायबिटीज, गर्भाशय के रोग व पेट के विकारों को दूर करता है।

एलोवेरा का जूस पीने से त्वचा की खराबी, मुहांसे, रूखी त्वचा, धूप से झुलसी त्‍वचा, झुर्रियां, चेहरे के दाग धब्बों, आखों के काले घेरों को दूर किया जा सकता है।

एलोवेरा का जूस पीने से मच्छर काटने पर फैलने वाले इन्फेक्शन को कम किया जा सकता है।

एलोवेरा का जूस ब्लड को प्यूरीफाई करता है साथ ही हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करता है।

शरीर में वहाईट ब्लड सेल्स की संख्या को बढाता है।

एलोवेरा का जूस त्वचा की नमी को बनाए रखता है जिससे त्वचा स्‍वस्‍थ्‍य दिखती है। यह स्किन के कोलाजन और लचीलेपन को बढाकर स्किन को जवान और खूबसूरत बनाता है।

एलोवेरा के जूस का नियमित रूप से सेवन करने से त्वचा भीतर से खूबसूरत बनती है और बढती उम्र से त्वचा पर होने वाले कुप्रभाव भी कम होते हैं।

एलोवेरा के जूस का हर रोज सेवन करने से शरीर के जोडों के दर्द को कम किया जा सकता है।

एलोवेरा को सौंदर्य निखार के लिए हर्बल कॉस्मेटिक प्रोडक्ट जैसे एलोवेरा जैल, बॉडी लोशन, हेयर जैल, स्किन जैल, शैंपू, साबुन, फेशियल फोम आदि में प्रयोग किया जा रहा है
 

Arthritis Treatment : जोड़ों के दर्द का प्राकृतिक इलाज

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Arthritis Treatment : जोड़ों के दर्द का प्राकृतिक इलाज

आरथ्राइटिस से पीडि़त प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति अपने रोजमर्रा के कामकाज भी ठीक से नहीं कर पाता, सामान्य जीवन नहीं जी पाता! शरीर को पंगु बना देने वाली इस गंभीर समस्या को ज्यादातर लोग बढ़ती उम्र का तकाजा समझकर और लाइलाज मानकर नजरअंदाज करते रहते हैं। नेचुरोपैथी के चार-पांच हफ्ते के इलाज से गंभीर से गंभीर आरथ्राइटिस रोगी भी इस समस्या से पचास प्रतिशत तक आराम पा सकते हैं।

घुटने में तकलीफ रहती है तो सावधान हो जाएं। यह आर्थराइटिस की समस्या भी हो सकती है। अब तो यह समस्या उम्र भी नहीं देखती। बुजुर्गों के साथ अब यह समस्या युवाओं और बच्चों को भी परेशान करने लगी है।

अर्थराइटिस यानी घुटनों में दर्द की समस्या को बुजुर्गों की समस्या माना जाता था, लेकिन पिछले कुछ सालों में युवा और बच्चों तक इस बीमारी के शिकार होते जा रहे हैं। खासकर दिल्ली व तमाम शहरों में तेज रफ्तार जिंदगी के कारण खानपान, व्यायाम आदि पर उचित ध्यान न दिए जाने से यह समस्या पैदा होती है।

आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है, जिसका शरीर के जोड़ों और मांसपेशियों पर असर पड़ता है। मरीज के पैरों और हड्डियों के जोड़ों में तेज दर्द होता है, जिससे चलने-फिरने में भी तकलीफ हो सकती है। कुछ खास तरह के आर्थराइटिस में शरीर के दूसरे अंग भी प्रभावित होते हैं। ऐसे में दर्द के साथ दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं।

आमतौर पर देखा जाता है कि हर घुटने के दर्द को लोग आर्थराइटिस समझ लेते हैं, जबकि घुटनों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं तथा उनका इलाज भी भिन्न-भिन्न है। सही जांच तथा समय पर सही फिजियोथेरेपी महत्वपूर्ण है। फिजियोथेरेपी से तो हड्डियों की कई बीमारियां जड़ से दूर हो जाती हैं। इसमें व्यायाम के जरिय मांसपेशियों को सक्रिय बनाकर इलाज किया जाता है। इसमें एक सप्ताह से लेकर कई महीने लग जाते हैं।

आर्थराइटिस के कारण
- घुटने में चोट लगना, घुटनों पर ज्यादा जोर देना।
- लंबे समय तक एक ही अवस्था में बैठना या खड़े रहना।
- हड्डियों का बढ़ जाना एवं मांसपेशियों का कमजोर हो जाना।
- उम्र का 40 वर्ष से ज्यादा होना जिससे हड्डियां प्राय: घिस जाती हैं या कमजोर हो जाती हैं।
- जिम में विशेषज्ञों की अनुपस्थिति में व्यायाम करना।
- अपना वजन, खान-पान का स्तर, उम्र, दर्द के कारण, शरीरिक संरचना को जाने बिना टीवी पर देखकर या दूसरे व्यक्ति को देखकर योग व अन्य व्यायाम करना।
- घुटनों से सायनोवियल फ्लड (घुटनों के जोड़ के बीच मौजूद तरल पदार्थ) का निकलना।
- घुटनों के ऑपरेशन के बाद फिजियोथेरेपी नहीं करवाना।
- ऑटोइम्यून (भ्रमित प्रतिरक्षी प्रक्रिया के कारण होने वाली) बीमारियों का होना। रिवमेट्वायड आर्थराइटिस यानी रुमेटी गठिया इसी श्रेणी में आती है।
- गलत नाप, आकार-प्रकार तथा हील के चप्पल जूते पहनना।
- व्यायाम अचानक छोड़ देना।

घुटने का दर्द
घुटना एक कमजोर सायनोवियल जोड़ हैं। यह शरीर का सबसे बड़ा तथा जटिल जोड़ है। इस जोड़ में चार हड्डियां शामिल होती हैं। लगभग 15 मांसपेशियां, 13 वर्सा (गद्दीदार संरचनाएं), कई लिगामेंट, मेनिस्कस आदि भी इस जोड़ से संबद्घ होती हैं। इन कारणों से घुटने में दर्द के कारण तथा स्थान अलग हो सकते हैं।

इस दर्द से बचाव

- अपने वजन को उम्र, ऊंचाई एवं शारीरिक बनावट के अनुसार उचित रखना चाहिए। इसके लिए प्रिवेंटिव फिजियोथेरेपी के अन्तर्गत विशेष व्यायाम करना चाहिए।
- औसतन 1 से डेढ़ घंटे लगातार खड़े रहने के पश्चात् घुटनों को 5-10 मिनट का आराम देना चाहिए।
- चप्पल, जूते सही आकार-प्रकार के ही प्रयोग में लाना चाहिए।
- जिम में हमेशा विशेषज्ञों तथा कुशल फिजियोथेरेपिस्ट के निर्देशन में ही व्यायाम करना चाहिए तथा वजन उठाना चाहिए।
-  नियमित रूप से डॉक्टर या फिजियोथेरेपिस्ट द्वारा बताए गए घुटनों के विशिष्ट व्यायाम करना लाभदायक होता है।
-  खानपान में कैल्शियम से परिपूर्ण आहार लेना चाहिए।

कैसे पाएं आराम

यह बीमारी आजीवन रहने वाली है, लेकिन अपने शरीर में कुछ बदलाव लाकर आप आर्थराइटिस के तीव्र दर्द को कम कर सकते हैं। इसके लिए कुछ उपाय भी जरूरी हैं।
- अपना वजन नियंत्रित रखें क्योंकि ज्यादा वजन से घुटने तथा कूल्हों पर दबाव पड़ता है।
- कसरत तथा जोड़ों को हिलाने से भी आपको मदद मिलेगी। जोड़ों को हिलाने में आपके डॉक्टर या नर्स भी आपकी मदद कर सकते हैं।
- समय-समय पर अपनी दवा लेते रहें। इनसे दर्द और अकड़न में राहत मिलेगी।
- सुबह गर्म पानी से नहाएं।
- डॉक्टर से समय-समय पर जांच कराते रहें।

मजबूत हड्डियों के लिए खाने की 10 चीजें
1. कम फैट वाला दूध
2. अंडे
3. पनीर
4. रागी या मड़आ
5. पालक
6. अंजीर
7. अजवाइन के पत्ते
8.मेथी के पत्ते
9.मछली
10. बादाम


क्यों होता है आरथ्राइटिस
आजकल हमारे खानपान में एसिडिक खाद्य पदार्थों की मात्रा काफी बढ़ गई है। जब हम कोई चीज खाते या पीते हैं, तो उसमें मौजूद एसिड का कुछ अंश शरीर में शेष रह जाता है और यूरिक एसिड के रूप में शरीर के विभिन्न हिस्सों, खासकर जोड़ों के बीच जमा होने लगता है। सालों जमा होते रहने के बाद यूरिक एसिड "क्रिस्टल" [ठोस] का रूप ले लेता है और जोड़ों तथा पेशियों की सामान्य गतिविधि को प्रभावित करने लगता है। पेशियों में जमा यूरिक एसिड क्रिस्टल, मस्क्युलर रिह्यूमेटिज्म के रू प में सामने आता है, तो जोड़ों के बीच जमा एसिड क्रिस्टल आरथ्राइटिस के रू प में। जोड़ों के बीच एसिड क्रिस्टल जमा होने से चलने-फिरने पर चुभने जैसा दर्द और टीस होती है। जोड़ों में जकड़न आ सकती है।
जोड़ों को ढकने वाली झिल्लियां साइनोवियल द्रव नामक तरल पदार्थ का रिसाव करती हैं, जो जोड़ों के मूवमेंट के लिए लुब्रिकेंट का काम करता है और हमारे शरीर के विभिन्न जोड़ बिना दर्द के आसानी से हिलते-डुलते रहते हैं। जोड़ों के बीच एसिड क्रिस्टल के जमा होने पर साइनोवियल झिल्ली घिसने लगती है और सूख जाती है। नतीजतन, जोड़ फ्री होकर "मूव" नहीं कर पाते ,कभी-कभार तो हडि्डयों की सतहें भी घिस जाती है और आरथ्राइटिस की समस्या गंभीर रूप धारण कर लेती है। मरीज की कार्य क्षमता या तो आंशिक तौर पर घट जाती है या पूरी तरह खत्म हो जाती है। मॉडर्न मेडिकल साइंस में इलाज के तौर पर दर्द निवारक दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है, बीमारी का कोई इलाज नहीं बताया जाता। खानपान की आदतों में उचित बदलाव लाकर, उचित व्यायाम और नेचुरोपैथी इलाजों के द्वारा आरथ्राइटिस की समस्या पर काफी हद तक नियंत्रण संभव है।

खान-पान की आदत बदलें
शरीर में जमा अतिरिक्त यूरिक एसिड को न्यूट्रल करने के लिए खानपान में क्षारीय या अल्कली पदार्थों की मात्रा को बढ़ाना चाहिए। फलों, हरी सब्जियों, दूध, बिना पॉलिश किए गए अनाज इत्यादि में अल्कली की मात्रा अधिक होती है ,जबकि पॉलिश किए गए अनाज, मांसाहारी खाद्य पदार्थों, तेल-मसाले वाले फास्ट फूड्स में एसिड की अधिकता होती है। अल्कली खाद्य पदार्थों के अधिक मात्रा में सेवन और एसिडिक पदार्थों के सेवन में कमी लाकर आरथ्राइटिस की रोकथाम संभव है। जोड़ों में जमा यूरिक एसिड क्रिस्टल को निकाल बाहर करने के लिए इलाज भी जरूरी है। प्रकृति प्रदत्त शहद,काला शीरा,एपलसाइडर विनेगर,एप्सम साल्ट जैसे पदार्थों में जोड़ों के बीच जमा क्रिस्टल को गलाने की अचूक क्षमता है।

एपल साइडर विनेगर
आरथ्राइटिस के इलाज में इसका सर्वाधिक योगदान होता है, परिणाम नजर आने में तीन से चार सप्ताह तक का समय लग सकता है। बीमारी अगर शुरूआती अवस्था में है, तो 1 से 2 सप्ताह में ही सुधार आना प्रारंभ हो जाता है। इसे दस मिली. की मात्रा में शहद के साथ दिन में तीन बार लें। इसके पीछे उद्देश्य यह है कि खून में साइडर विनेगर का स्तर इतना हो जाए कि वह विभिन्न जोड़ों में जमा यूरिक एसिड को खून में घोल सके। बाद में यह यूरिक एसिड खून से किडनी द्वारा साफ होकर मूत्र मार्ग से मूत्र के साथ बाहर निकल जाता है। कभी-कभी एपल साइडर विनेगर के सेवन से रोगी का दर्द बढ़ जाता है। यह दर्द अस्थाई होता है। जोड़ों में जमा यूरिक एसिड के हिलने-गलने से ऎसा होता है। दर्द तीन-चार दिन में अपने आप ठीक हो जाता है। 4 से 5 सप्ताह तक इसका नियमित सेवन करें।

एप्सम सॉल्ट
आरथ्राइटिस के इलाज में एप्सम सॉल्ट का प्रयोग बाहरी तौर पर होता है। एप्सम सॉल्ट को गर्म स्नान के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। शरीर को सहन हो इतने गरम पानी में एप्सम सॉल्ट मिलाकर स्नान करें। स्नान के लिए बाथ टब का प्रयोग ज्यादा बेहतर होता है। पांच मिनट नहाने के बाद शरीर को पोंछ लें। मौसम इजाजत दे, तो कंबल ओढ़कर सो जाएं , ताकि शरीर गर्म रहे और पसीना आ जाए। अगर बाथ टब की सुविधा नहीं है अथवा बाथ टब में स्नान करना सुविधाजनक नहीं हो, तो एक पतीले में पानी गर्म करके उसमें एप्सम सॉल्ट मिलाएं। इस पानी में पैरों को 10 से 15 मिनट तक डुबोकर रखें। इस दौरान पैरों को हल्का-हल्का मलते रहें। पानी की गर्मी और मालिश से त्वचा के रोम-छिद्र खुल जाते हैं और एप्सम सॉल्ट शरीर के अंदर से यूरिक एसिड को बाहर खींच लेता है। पैरों को पोंछ लें और ढंक दें। इसके बाद हाथ और कोहनी को भी डुबोएं। ध्यान रहे कि पानी गर्म ही रहे। 10 से 15 मिनट बाद हाथों को भी पोंछकर ढंक लें। ताकि पसीना आ जाए। दिन भर में तीन बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। एप्सम साल्ट युक्त गर्म पानी में एक या कई तौलिए को भिगोकर सिलसिलेवार या एक साथ जोड़ों पर रखा जा सकता है। 10 से 15 मिनट बाद गीले तौलिए हटाकर जोड़ों को पोंछ लें और फौरन कुछ ओढ़कर सो जाएं। तुरंंत खुली हवा में न जाएं। इस प्रक्रिया के बाद जोड़ों का दर्द बढ़ सकता है। यूरिक एसिड के सोखे जाने, उसके हिलने-डुलने से ऎसा होता है, जो थोड़े समय बाद ठीक हो जाता है।

इन बातों पर भी ध्यान दें
आरथ्राइटिस का इलाज शुरू करने से पूर्व किडनी, एसिडिटी और लिवर क्लींजिंग क्रमवार करें तो इलाज और भी प्रभावी होता है।

4 से 5 सप्ताह तक इलाज करें। संभव हो तो व्यायाम करें। जॉगिंग, चलना-फिरना, तैरना, साइकिल चलाना इत्यादि से साइनोवियल झिल्ली को मजबूती मिलती है।

व्यायाम धीमी गति और ध्यान से करें, ताकि जोड़ों पर अतिरिक्त दबाव न पड़ें।


 

Health :अनेक रोगों की ऐक दवा

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Health :अनेक रोगों की ऐक दवा :-

कैंसर प्रतिरोधी + साईटिका + सर्वाइकल + गठिया + सर्दी + मार्निंग सिकनेस + पाँचना सम्बंधित + अदरक त्वचा को बनाता है आकर्षक व चमकदार
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पाचन की समस्या होने पर रोजाना सुबह अदरक का एक टुकड़ा खाएं।
शरीर में वसा का स्तर कम करने में भी अदरक काफी मददगार है।
भूख न लगना, पेचिश, खांसी-जुकाम आदि में लाभदायक है अदरक।
यह गर्भवती महिलाओं को मार्निग सिकनेस से निजात दिलाता है।

सर्दियों के मौसम में अदरक की चाय मिले, तो कहना ही क्या। लेकिन चाय समेत हमारे भोजन को जायकेदार बनाने वाला अदरक खूबसूरती को बढ़ाने में भी मददगार साबित होता है। अदरक को आप फल-सब्जी या फिर दवा भी मान सकते हैं।

अदरक के चिकित्सीय गुणों की जानकारी पुरातन चिकित्सा पद्धति में भी आसानी से देखी जा सकती है। ब्‍लड शुगर को यह नियंत्रित भी करता है, इसके अलावा यह कैंसर जैसी घातक बीमारी के खतरे को भी कम करता है अदरक। आइए हम आपको गुणों से भरपूर अदरक के फायदे के बारे में बताते हैं।

अदरक के गुण
त्वचा को निखारे
अदरक त्वचा को आकर्षक व चमकदार बनाने में मदद करता है। सुबह खाली पेट एक गिलास गुनगुने पानी के साथ अदरक का एक टुकड़ा खाएं। इससे न केवल आपकी त्वचा में निखार आएगा बल्कि आप लंबे समय तक जवां दिखेंगे।

बीमारियों में रामबाण
दवा के रूप में अदरक का प्रयोग गठिया, आर्थराइटिस, साइटिका और गर्दन-रीढ़ की हड्डियों के रोग (सर्वाइकल स्पांडिलाइटिस) में प्रमुखता से किया जाता है। इसके अलावा भूख न लगना, पेचिश, खांसी-जुकाम, शरीर में दर्द के साथ बुखार, कब्ज, कान में दर्द, उल्टी होना, मोच और मासिक धर्म की अनियमितता दूर करने में अदरक का प्रयोग किया जाता है।

कैंसर प्रतिरोधी
अदरक में कोलेस्ट्राल का स्तर कम करने, रक्त का थक्का जमने से रोकने, एंटी-फंगल और कैंसर प्रतिरोधी गुण भी पाए जाते हैं।

मार्निग सिकनेस से निजात
अदरक गर्भवती महिलाओं को होने वाली मार्निग सिकनेस (चक्कर आना, उल्टियां होना आदि) से निजात दिलाता है।

दर्द मिटाए चुटकी में
अदरक दर्द भगाने की सबसे कारगर दवा है। 'फूड्स दैट फाइट पेन' पुस्तक के लेखक आर्थर नील बर्नार्ड के मुताबिक अदरक में दर्द मिटाने के प्राकृतिक गुण पाए जाते हैं। यह बिना किसी दुष्प्रभाव के दर्दनिवारक दवा की तरह काम करता है।

इसलिए भी खास है अदरक
पाचन की समस्या होने पर रोजाना सुबह अदरक का एक टुकड़ा खाएं। ऐसा करने से आपको बदहजमी नहीं होगी। इसके अलावा सीने की जलन दूर करने में भी अदरक मददगार साबित होता है।
अदरक में किसी भी चीज को संरक्षित करने के गुण प्राकृतिक रूप से पाए जाते हैं।
शोध के मुताबिक अदरक का सत्व सल्मोनेला नामक जीवाणुओं को खत्म करने में काफी असरकारक है।
शरीर में वसा का स्तर कम करने में भी अदरक काफी मददगार है।
यदि आपको खांसी के साथ कफ की भी शिकायत है तो रात को सोते समय दूध में अदरक डालकर उबालकर पिएं। यह प्रक्रिया करीब 15 दिनों तक अपनाएं। इससे सीने में जमा कफ आसानी से बाहर निकल आएगा
 

Sehjan Beans

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Sehjan Beans

सहजन -
दक्षिण भारत में साल भर फली देने वाले पेड़ होते है. इसे सांबर में डाला जाता है . वहीँ उत्तर भारत में यह साल में एक बार ही फली देता है. सर्दियां जाने के बाद इसके फूलों की भी सब्जी बना कर खाई जाती है. फिर इसकी नर्म फलियों की सब्जी बनाई जाती है. इसके बाद इसके पेड़ों की छटाई कर दी जाती है.
- आयुर्वेद में ३०० रोगों का सहजन से उपचार बताया गया है। इसकी फली, हरी पत्तियों व सूखी पत्तियों में कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन-ए, सी और बी कॉम्पलैक्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
- इसके फूल उदर रोगों व कफ रोगों में, इसकी फली वात व उदरशूल में, पत्ती नेत्ररोग, मोच, शियाटिका,गठिया आदि में उपयोगी है|
- जड़ दमा, जलोधर, पथरी,प्लीहा रोग आदि के लिए उपयोगी है तथा छाल का उपयोग शियाटिका ,गठिया, यकृत आदि रोगों के लिए श्रेयष्कर है|
- सहजन के विभिन्न अंगों के रस को मधुर,वातघ्न,रुचिकारक, वेदनाशक,पाचक आदि गुणों के रूप में जाना जाता है|
- सहजन के छाल में शहद मिलाकर पीने से वात, व कफ रोग शांत हो जाते है| इसकी पत्ती का काढ़ा बनाकर पीने से गठिया,शियाटिका ,पक्षाघात,वायु विकार में शीघ्र लाभ पहुंचता है| शियाटिका के तीव्र वेग में इसकी जड़ का काढ़ा तीव्र गति से चमत्कारी प्रभाव दिखता है,
- मोच इत्यादि आने पर सहजन की पत्ती की लुगदी बनाकर सरसों तेल डालकर आंच पर पकाएं तथा मोच के स्थान पर लगाने से शीघ्र ही लाभ मिलने लगता है |
- सहजन को अस्सी प्रकार के दर्द व बहत्तर प्रकार के वायु विकारों का शमन करने वाला बताया गया है|
- इसकी सब्जी खाने से पुराने गठिया , जोड़ों के दर्द, वायु संचय , वात रोगों में लाभ होता है.
- सहजन के ताज़े पत्तों का रस कान में डालने से दर्द ठीक हो जाता है.
- सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे और मूत्राशय की पथरी कटकर निकल जाती है.
- इसकी जड़ की छाल का काढा सेंधा नमक और हिंग डालकर पिने से पित्ताशय की पथरी में लाभ होता है.
- इसके पत्तों का रस बच्चों के पेट के किडें निकालता है और उलटी दस्त भी रोकता है.
- इसका रस सुबह शाम पीने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है.
- इसकी पत्तियों के रस के सेवन से मोटापा धीरे धीरे कम होने लगता है.
- इसकी छाल के काढ़े से कुल्ला करने पर दांतों के कीड़ें नष्ट होते है और दर्द में आराम मिलता है.
- इसके कोमल पत्तों का साग खाने से कब्ज दूर होती है.
- इसकी जड़ का काढे को सेंधा नमक और हिंग के साथ पिने से मिर्गी के दौरों में लाभ होता है.
- इसकी पत्तियों को पीसकर लगाने से घाव और सुजन ठीक होते है.
- सर दर्द में इसके पत्तों को पीसकर गर्म कर सिर में लेप लगाए या इसके बीज घीसकर सूंघे.
- इसमें दूध की तुलना में ४ गुना कैलशियम और दुगना प्रोटीन पाया जाता है।
- सहजन के बीज से पानी को काफी हद तक शुद्ध करके पेयजल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसके बीज को चूर्ण के रूप में पीस कर पानी में मिलाया जाता है। पानी में घुल कर यह एक प्रभावी नेचुरल क्लैरीफिकेशन एजेंट बन जाता है। यह न सिर्फ पानी को बैक्टीरिया रहित बनाता है बल्कि यह पानी की सांद्रता को भी बढ़ाता है जिससे जीवविज्ञान के नजरिए से मानवीय उपभोग के लिए अधिक योग्य बन जाता है।
- कैन्सर व पेट आदि शरीर के आभ्यान्तर में उत्पन्न गांठ, फोड़ा आदि में सहजन की जड़ का अजवाइन, हींग और सौंठ के साथ काढ़ा बनाकर पीने का प्रचलन है। यह भी पाया गया है कि यह काढ़ा साइटिका (पैरों में दर्द), जोड़ो में दर्द, लकवा, दमा, सूजन, पथरी आदि में लाभकारी है।
- सहजन के गोंद को जोड़ों के दर्द और शहद को दमा आदि रोगों में लाभदायक माना जाता है।
- आज भी ग्रामीणों की ऐसी मान्यता है कि सहजन के प्रयोग से विषाणु जनित रोग चेचक के होने का खतरा टल जाता है।
- सहजन में हाई मात्रा में ओलिक एसिड होता है जो कि एक प्रकार का मोनोसैच्युरेटेड फैट है और यह शरीर के लिये अति आवश्यक है।
- सहजन में विटामिन सी की मात्रा बहुत होती है। विटामिन सी शीर के कई रोगों से लड़ता है, खासतौर पर सर्दी जुखाम से। अगर सर्दी की वजह से नाक कान बंद हो चुके हैं तो, आप सहजन को पानी में उबाल कर उस पानी का भाप लें। इससे जकड़न कम होगी।
- इसमें कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है जिससे हड्डियां मजबूत बनती है। इसके अलावा इसमें आइरन, मैग्नीशियम और सीलियम होता है।
- इसका जूस गर्भवती को देने की सलाह दी जाती है। इससे डिलवरी में होने वाली समस्या से राहत मिलती है और डिलवरी के बाद भी मां को तकलीफ कम होती है।
- सहजन में विटामिन ए होता है जो कि पुराने समय से ही सौंदर्य के लिये प्रयोग किया आता जा रहा है। इस हरी सब्जी को अक्सर खाने से बुढापा दूर रहता है। इससे आंखों की रौशनी भी अच्छी होती है।
- आप सहजन को सूप के रूप में पी सकते हैं, इससे शरीर का रक्त साफ होता है। पिंपल जैसी समस्याएं तभी सही होंगी जब खून अंदर से साफ होगा
 

Funny पत्नी पति Joke

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Funny पत्नी पति Joke

एक शादीशुदा जोड़ा टीवी पर IPL का मैच ⚾ साथ में देख रहे होतेहैं। पाँच भिनट के बाद:
पत्नी: ये ब्रेट ली है क्या?
पति: नहीं। ये क्रिस गेल है। ब्रेट ली तो गेंदबाज़ है।
पत्नी: ब्रेट ली तो काफी स्मार्ट है। उसे तो अपने भाई की तरह फिल्मों में हीरो बन जाना चाहिए।
पति: उसका कोई भाई फिल्म अभिनेता नहीं है।
पत्नी:तो ये ब्रूस ली कौन है फिर?
पति: अरे नहीं भाई। ब्रेट ली तो आस्ट्रेलिया से है।
पत्नी: अरे वाह! वो देखो दो मिनट में एक और विकेट गिर गया।
पति: अरे नहीं ये एक्शन रिप्ले है।
पत्नी: ऐसा लग रहा है कि भारत जीत जायेगा।
पति: इसमें भारत नहीं खेलता है। ये चेन्नई और जयपुर के बीच है।
पत्नी: ये अंपायर हेलीकाप्टर क्यों बुला रहा है?🚡
पति: वो हेलीकाप्टर नहीं बुला रहा है। ये फ्री हिट है।
पत्नी: दर्शकों ने क्या पैसे नहीं दिये जो ये फ्री हिट दे रहा है?
पत्नी: अब ये किसे हाय कह रहा है?
पति: ये "बाय" का इशारा है।
पत्नी: ये बाय क्यों कह रहा है? क्या मैच खत्म हो गया है ?
पत्नी: अब कितने रन और चाहिए जीतने के लिए?
पति: 36 गेंदों में 72 रन चाहिए।
पत्नी: ओह बस! ये तो कितना आसान है। केवल एक गेंद पर एक रन ही बनाना है।
पति टीवी बंद कर देता है। .
पत्नी टीवी चलाती है और 'सरस्वती चन्द्र' देखने लग जाती है। 😅😅😅
पति: ये 'सरस्वती चन्द्र' कौन है?
पत्नी:तुम्हारी माँ है। अब अगर तुमने मुझे परेशान किया तो देख लेना


 

Wednesday, April 16, 2014

fun

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आठ साल के एक बालक ने एक दिन अपने पिता से
पूछा-पापा-पापा, कॉल-गर्ल किसे कहतेहैं?सवाल
सुनकर पिताजी चकरा गये।हडबड़ा कर बोले-
बेटा वो..वो ऐसा है, टेलीफोन के जोकॉलसेंटर होते हैं
ना,उन पर काम करनेवाली लड़कियों को कॉल-गर्ल
कहतेहैं।लेकिन ये तो बताओ तुम्हे येअनोखा सवाल
कहां से सूझा?पुत्र ने पलटकर कहा- पिताजी,
पहलेआप बताइए,आप को ये अनोखा जवाब
कहां से सूझा

 

Funny Punch on Facebook in these Days

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Funny Punch on Facebook in  these Days

१ - ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
अबकी बार मोदी सरकार
२-राहुल गांधी ने खाई चॉकलेट बार
अबकी बार मोदी सरकार
३-पराठों के साथ खाओ आचार
अबकी बार मोदी सरकार
४-दिल का भॅवर करे पुकार
अबकी बार मोदी सरकार
५-सोनिया ने मनमोहन से कहा
अब तो मौन तोड़ो सरदार
अबकी बार मोदी सरकार
६-भैया मत मारो चाटें बार-बार
अबकी बार मोदी सरकार
7-आजम की भैँसिया करे पुकार,
अबकी बार मोदी सरकार
8-गद्दारो के मारो जूते चार
अबकी बार मोदी सरकार


 

Monday, April 14, 2014

संता

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 संता



एक बार संता की नई-नई शादी हुई, लेकिन फिर भी वह शाम को दफ्तर से घर जाने में कोई जल्दी नहीं दिखाता और काफी देर तक दफ्तर में ही बैठा रहता।

जब काफी दिन तक यह सिलसिला चलता रहा तो एक दिन उसके बॉस ने उससे इसका कारण पूछा, " यार संता अभी तुम्हारी नई-नई शादी हुई है फिर भी तुम देर तक दफ्तर में ही बैठे रहते हो क्या बात सब ठीक तो है?"

संता: बिल्कुल सर, पर दरअसल, बात यह है कि मेरी पत्‍‌नी भी नौकरी करती है और हम दोनों में से जो भी घर पहले पहुंचता है खाना उसे ही बनाना पड़ता है बस इसीलिए।




 

Sunday, April 6, 2014

New Miss India 2014 : Koyal Rana

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New Miss India 2014 : Koyal Rana

Koyal Rana won the coveted Miss India 2014 crown on Saturday night in a glittering ceremony, beating 24 other contestants from across the country.
मुंबई। दिल्ली की कोयल राणा इस साल की मिस इंडिया वर्ल्ड चुनी गई हैं। शनिवार देर रात मुंबई के यशराज स्टूडियो में हुए भव्य कार्यक्रम में नतीजे घोषित किए गए
मुंबई की जटालिका मल्होत्रा फर्स्ट रनरअप रहीं। जटालिका अब मिस वल्र्ड कांटेस्टस में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।

वहीं गोवा की गेल निकोल द सिल्वा सेकेंड रनरअप रहीं। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/koyal-rana-become-femina-miss-india/1139984.html#sthash.g5aiRPJE.dpuf
 
मुंबई की जटालिका मल्होत्रा फर्स्ट रनरअप रहीं। जटालिका अब मिस वल्र्ड कांटेस्टस में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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मुंबई की जटालिका मल्होत्रा फर्स्ट रनरअप रहीं। जटालिका अब मिस वल्र्ड कांटेस्टस में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।

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मुंबई की जटालिका मल्होत्रा फर्स्ट रनरअप रहीं। जटालिका अब मिस वल्र्ड कांटेस्टस में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी।

वहीं गोवा की गेल निकोल द सिल्वा सेकेंड रनरअप रहीं। - See more at: http://rajasthanpatrika.patrika.com/news/koyal-rana-become-femina-miss-india/1139984.html#sthash.g5aiRPJE.dpuf
 
 
Last year's winner Navneet Kaur Dhillion and Miss World 2013 Megan Young crowned Rana the new Femina Miss India 2014.
 
Sobhita Dhulipala crowned the first runner-up Jhataleka Malhotra and Zoya Afroz did the honours for second runner-up Gail Nicole Da Silva.
Rana will represent India at the Miss World international beauty pageant this year.
The top five finalists (in random order) are Gail Nicole Da Silva, Jhataleka Malhotra, Koyal Rana, Lopamudra Raut and Nikhila Nandgopal.
 
 Special Awards
Miss Photogenic : Malati Chahar
Miss Fashion Icon : Simran Khandelwal
Miss Sudoku : Sonam Bhist
Miss Vivacious : Yoshiki Shindar
Miss Ramwalk : Shasi Bangari
Miss Beauty With A Purpose : Koyal Rana
Miss Timeless Beauty : Konica Kant
Miss Congeniality : Amishi Sindhwani
Miss Body Beautiful : Koyal Rana
Miss Healthy Skin : Shasi Bangari
Miss Adventurous : Koyal Rana


The panel of judges are actors Abhay Deol, Jacqueline Fernandez, Vidyut Jamwal, Aditi Rao Hydari, Malaika Arora Khan, fashion designer Manish Malhotra, rapper Yo Yo Honey Singh, Miss World 2013 Megan Young and boxer Vijender Singh. 
The event will be broadcast on Colors Television on 13 April starting from 7 pm, according to the official Twitter page