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Wednesday, January 9, 2013

इतिहास लिखें या बनाएँ


इतिहास लिखें या बनाएँ

नेताजी सुभाष चंद्र बोस सच्चे कर्मवीर थे. आमतौर पर वे आम सैनिकों की भांति ही कार्यरत रहते थे. एक मर्तबा अनौपचारिक बातचीत में आजाद हिंद फौज के एक अफसर ने नेताजी को सुझाव दिया कि आजाद हिंद फौज का इतिहास लिख लेना चाहिए.

नेताजी ने तत्काल जवाब दिया – “पहले हम इतिहास तो बना लें. फिर कोई न कोई तो लिख ही देगा!”

"इतिहास लिखा नहीं जाता अपितु इतिहास बनाया जाता हैं!
"

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