#Amazing हार्ट अटैक: ना घबराये ……!!! सहज सुलभ उपाय ….
99 प्रतिशत ब्लॉकेज को भी रिमूव कर देता है पीपल का पत्ता….
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जरूरी बात - पीपल के पत्ते का आकर दिल के सामान होता है , और आयुर्वेद शास्त्रीयों ने अपने प्रयोगों में इसको दिल के स्वास्थ्य के लिए बताया है ।
जिस प्रकार अखरोट दिमाग की तर होता है और दिमागी क्षमता बढ़ाने में कारगर माना जाता है , अनार लाल होता है और खून बढ़ाने में मदद करता है
वैसे ही पीपल के पत्ते के दिले के लिए निम्न फायदे हैं -
दमा, खांसी, दिल के रोग के लिये कारगर है पीपल
पीपल के ताजा हरे पत्ते करते हैं खून साफ
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WHAT SAYS US GOVT WEBSITE :-
Dietary fiber content of food namely peepalbanti (F. religiosa), cellulose, and lignin were predominating constituents in peepalbanti, fed at 10% dietary level to rats, induced a greater resistance to hyperlipidemia than cellulose. Teent had the most pronounced hypocholesterolemic effect that appeared to operate through increased fecal excretion of cholesterol as well as bile acids. Dietary hemicellulose showed a significant negative correlation with serum and liver cholesterol and a significant positive correlation with fecal bile acids. The dietary fiber influenced total lipids, cholesterol, triglycerides, and phospholipids of the liver to varying extents
reduction in cholestrol leads to better heart working. Pipal kee koplon par ayurved ne reserach kee hai to, Clinical reserach ne bhee negative nahin likhaa hai
SEE SOURCE : http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3249921/
National Library of Medicine (NLM) Web pages may be freely distributed and copied. However, it is requested that in any subsequent use of this work, NLM be given appropriate acknowledgment.
HAMARE KUCH ALOCHKON AUR EK MR FAHIM NE ISKO BAQWAS BATAYA THAA, SAATH MEIN KUCH ALAG BAAT BHEE LIKHEE THEE.
MUJHE DEKHNA PADA KEE AYURVEDA KE SAATH CLINICAL RESERACH KYA KEHTEE HAI. AUR JAB DEKHA TO BAAT KUCH GALAT NAHIN LAGEE.
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पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल गुलाबी कोंपलें न हों, बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों। प्रत्येक का ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें।
पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें। इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार।
इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः लें। हार्ट अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं रहती। दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें।
* पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
* इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती हैं।
* खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
* प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
पीपल के पत्ते सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। जानते हैं इनके फायदों के बारे में- दिल संबंधी रोग : इसके तीन ताजा पत्तों के आगे-पीछे के कोनों को तोड़कर रोज सुबह खाली पेट चबाने से खून साफ होता है। ये धमनियों में जमे हुए कोलेस्ट्रॉल को दूर कर ऑक्सीजन का संचार करते हैं। बुखार : इसके तीन ताजा पत्ते एक गिलास पानी में उबालें, पानी जब आधा रह जाए तो गुनगुना होने पर पी लें। तेज बुखार में ऎसा दिन में 2-3 बार करने से लाभ होता है। खुजली : पीपल की कुछ पत्तियों को घिसकर दिन में 3-4 बार खुजली या कीड़े के काटने वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। ध्यान रहें ये बातें पीपल को उपयोग में लेने से एक घंटा पहले और बाद में कुछ न खाएं। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसके प्रयोग के बाद जंक फूड, तली-भुनी व मसाले वाली चीजें न खाएं। साफ व धुले हुए पीपल के बड़े पत्तों से बनी पत्तल पर रखे भोजन को खाने से शरीर को ऑक्सीजन और एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं
तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप क्यों बनाया..
symptoms of a heart attack generally appear/occur on the left side of your body :
If you experience a dull, vague pain on the lower left side of your jaw which increases and decreases over the course of a few minutes, and moves around, this is known as “referred pain”. This pain is associated with a heart attack.
This sensation occurs when the nerves surrounding the heart become agitated, sending pain through the nerves in the spine to other locations in the body, specifically the left jaw, shoulder and arm.**
If your jaw pain happens in the morning, this serves as a warning sign that you’re at risk for a heart attack. Your blood is thicker at this time of the day, which causes blood pressure to surge, increasing heart attack risk.
Pain brought on by physical activity can manifest in several areas including the chest, jaw, left arm and shoulder, a scenario that typically indicates you’re having a heart attack.
Shortness of breath, a common heart attack symptom in women, may also occur. You may also get additional classic heart attack signs such as dizziness or nausea. In this case, see a doctor immediately
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जरूरी बात - पीपल के पत्ते का आकर दिल के सामान होता है , और आयुर्वेद शास्त्रीयों ने अपने प्रयोगों में इसको दिल के स्वास्थ्य के लिए बताया है ।
जिस प्रकार अखरोट दिमाग की तर होता है और दिमागी क्षमता बढ़ाने में कारगर माना जाता है , अनार लाल होता है और खून बढ़ाने में मदद करता है
वैसे ही पीपल के पत्ते के दिले के लिए निम्न फायदे हैं -
दमा, खांसी, दिल के रोग के लिये कारगर है पीपल
पीपल के ताजा हरे पत्ते करते हैं खून साफ
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Dietary fiber content of food namely peepalbanti (F. religiosa), cellulose, and lignin were predominating constituents in peepalbanti, fed at 10% dietary level to rats, induced a greater resistance to hyperlipidemia than cellulose. Teent had the most pronounced hypocholesterolemic effect that appeared to operate through increased fecal excretion of cholesterol as well as bile acids. Dietary hemicellulose showed a significant negative correlation with serum and liver cholesterol and a significant positive correlation with fecal bile acids. The dietary fiber influenced total lipids, cholesterol, triglycerides, and phospholipids of the liver to varying extents
reduction in cholestrol leads to better heart working. Pipal kee koplon par ayurved ne reserach kee hai to, Clinical reserach ne bhee negative nahin likhaa hai
SEE SOURCE : http://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3249921/
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पीपल के 15 पत्ते लें जो कोमल गुलाबी कोंपलें न हों, बल्कि पत्ते हरे, कोमल व भली प्रकार विकसित हों। प्रत्येक का ऊपर व नीचे का कुछ भाग कैंची से काटकर अलग कर दें।
पत्ते का बीच का भाग पानी से साफ कर लें। इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आँच पर पकने दें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए तब ठंडा होने पर साफ कपड़े से छान लें और उसे ठंडे स्थान पर रख दें, दवा तैयार।
इस काढ़े की तीन खुराकें बनाकर प्रत्येक तीन घंटे बाद प्रातः लें। हार्ट अटैक के बाद कुछ समय हो जाने के पश्चात लगातार पंद्रह दिन तक इसे लेने से हृदय पुनः स्वस्थ हो जाता है और फिर दिल का दौरा पड़ने की संभावना नहीं रहती। दिल के रोगी इस नुस्खे का एक बार प्रयोग अवश्य करें।
* पीपल के पत्ते में दिल को बल और शांति देने की अद्भुत क्षमता है।
* इस पीपल के काढ़े की तीन खुराकें सवेरे 8 बजे, 11 बजे व 2 बजे ली जा सकती हैं।
* खुराक लेने से पहले पेट एक दम खाली नहीं होना चाहिए, बल्कि सुपाच्य व हल्का नाश्ता करने के बाद ही लें।
* प्रयोगकाल में तली चीजें, चावल आदि न लें। मांस, मछली, अंडे, शराब, धूम्रपान का प्रयोग बंद कर दें। नमक, चिकनाई का प्रयोग बंद कर दें।
पीपल के पत्ते सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। जानते हैं इनके फायदों के बारे में- दिल संबंधी रोग : इसके तीन ताजा पत्तों के आगे-पीछे के कोनों को तोड़कर रोज सुबह खाली पेट चबाने से खून साफ होता है। ये धमनियों में जमे हुए कोलेस्ट्रॉल को दूर कर ऑक्सीजन का संचार करते हैं। बुखार : इसके तीन ताजा पत्ते एक गिलास पानी में उबालें, पानी जब आधा रह जाए तो गुनगुना होने पर पी लें। तेज बुखार में ऎसा दिन में 2-3 बार करने से लाभ होता है। खुजली : पीपल की कुछ पत्तियों को घिसकर दिन में 3-4 बार खुजली या कीड़े के काटने वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है। ध्यान रहें ये बातें पीपल को उपयोग में लेने से एक घंटा पहले और बाद में कुछ न खाएं। इसकी तासीर गर्म होती है इसलिए इसके प्रयोग के बाद जंक फूड, तली-भुनी व मसाले वाली चीजें न खाएं। साफ व धुले हुए पीपल के बड़े पत्तों से बनी पत्तल पर रखे भोजन को खाने से शरीर को ऑक्सीजन और एंटीऑक्सीडेंट मिलते हैं
तो अब समझ आया, भगवान ने पीपल के पत्तों को हार्टशेप क्यों बनाया..
If you experience a dull, vague pain on the lower left side of your jaw which increases and decreases over the course of a few minutes, and moves around, this is known as “referred pain”. This pain is associated with a heart attack.
This sensation occurs when the nerves surrounding the heart become agitated, sending pain through the nerves in the spine to other locations in the body, specifically the left jaw, shoulder and arm.**
If your jaw pain happens in the morning, this serves as a warning sign that you’re at risk for a heart attack. Your blood is thicker at this time of the day, which causes blood pressure to surge, increasing heart attack risk.
Pain brought on by physical activity can manifest in several areas including the chest, jaw, left arm and shoulder, a scenario that typically indicates you’re having a heart attack.
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