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Friday, September 23, 2011

संता बंता जोक्स / चुटकुले (Santa Banta Jokes In Hindi)

संता बंता जोक्स / चुटकुले   (Santa Banta Jokes In Hindi)


·         बंता (संता से)- अरे यार तुम हर एसएमएस को दो बार क्यों भेजता है?
संता (बंता से)- क्योंकि अगर तुझे एक फोरवर्ड करना पड़े तो दूसरा तेरे पास रहे।
·         संता धीरे-धीरे कुछ लिख रहा था।
संता (बंता से)- इतने धीरे क्या लिख रहे हो?
बंता (संता से)- अपने सात साल के बेटे पत्र लिख रहा हूं वो अभी छोटा है वो तेज नहीं पढ़ सकता ना।
·         संता (बंता से)- यार कल ट्रेन में मैं सारी रात सो नहीं पाया।
बंता (संता से)- क्यों?
संता (बंता से)- अरे वो ऊपर की बर्थ जो मिली थी।
बंता (संता से)- तुमने बदली क्यों नहीं?
संता (बंता से)- अरे नीचे की बर्थ में कोई था ही नहीं बदली करने को।
·         संता सिंह बनियान खरीदने दुकान पहुंचा।
संता सिंह (दुकानदार से)- ये बनियान कितने की है?
दुकानदार (संता से)- तीन सौ की।
संता सिंह (दुकानदार से)- अरे भाई डेलीवियर दिखओ पार्टी वियर नहीं।


संता की बीवी का सफर (Santa Banta Jokes In Hindi)

संता की बीवी का सफर (Santa Banta Jokes In Hindi)

संता: दुबई में सब कुछ फ्री है! टैक्सी, होटल, खाना, पीना यहां तक सेक्स भी फ्री है!

बंता: अरे यार तू कब गया था!

संता: मैं नहीं! मेरी बीवी जाकर आई है.

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वायरलेस कब से हुआ शुरु – संता बंता जोक्स

एक बार संता जी अमेरिका जाते हैं. बुश उनसे मिलते हैं और जमीन खोदने को कहते हैं.

संता जी जमीन खोदते हैं 100, 200,300 फीट.

बुश कहते हैं, “ कुछ मिला ?”

संता, “हां एक तार मिला.”

बुश, “यह प्रूफ है कि हमारे यहां 100 साल पहले भी वायर कम्युनिकेशन  था.”

अब संता सिंह बुश को भारत बुलाते हैं और जमीन खोदने को कहते हैं.

बुश भी दम लगाकर 100 , 200, 400 फीट खोदते हैं और थक जाते हैं.

संता कहते हैं, “कुछ मिला.”
बुश, “कुछ नहीं है. ”
संता बोलते हैं, “देखा, यह इस बात का सबूत है कि यहां 400 साल से पहले से वायरलेस कम्युनिकेशन था. ”



Thursday, September 22, 2011

Hindi SMS (हिंदी शायरी - एस एम् एस )

Hindi SMS (हिंदी   शायरी - एस एम् एस )

  • उमीद ऐसी हो जो जीने को मजबूर करे!
    राह ऐसी हो जो चलने को मजबूर करे!
    महक कम न हो कभी अपनी दोस्ती की!
    दोस्ती ऐसी हो जो मिलने को मजबूर करे!


  • जब बारिश होती है, तुम याद आते हो!
    जब काली घटा छाए, तुम याद आते हो!
    जब भीगते हैं हम, तो तुम याद आते हो!
    बताओ, तुम मेरी छतरी कब वापिस करोगे!


  • फूल बिना, खुशबू बेकार;
    चाँद बिना, चांदनी बेकार;
    प्यार बिना, ज़िन्दगी बेकार;
    मेरे एस एम् एस बिना, तुम्हारा मोबाइल बेकार!


  • कृष्ण ने राधा से पूछा: ऐसी एक जगह बताओ, जहाँ में नहीं हूँ?
    राधा ने मुस्कुराके कहा, `बस मेरे नसीब में`!


  • गीत की ज़रूरत महफिल में होती है!
    प्यार की ज़रूरत दिल में होती है!
    बिन दोस्त के अधूरी है ज़िन्दगी,
    क्योंकि दोस्त की ज़रूरत पल पल होती है!


  • चहरे पर हंसी छा जाती है!
    आँखों में सुरूर आ जाता है!
    जब तुम मुझे अपना कहते हो,
    अपने पर गुरुर आ जाता है!







  • संता बंता चुटकले

    संता बंता   चुटकले 


  • संता और बंता कब्रिस्तान में बैठे बातें कर रहे थे!
    संता: देखो ये मुर्दे कितने आराम से अपनी कब्रों में सोये हुए हैं!
    सारे मुर्दे उठ खड़े हुये और बोले: क्यों न सोयें, ये जगह हमने अपनी जान दे के हासिल की है!


  • डाक्टर: तुम्हारी एक किडनी फेल हो गई है!
    संता पहले तो बहुत रोया! फिर आंसूं पोंछते हुये पूछा: कितने नम्बर से?


  • अध्यापक: दो दिन तक लगातार बरसात क्यों नहीं हो सकती?
    संता: क्योंकि बीच में रात भी होती है ! बचपन से बुद्धिमान हूँ पर कभी घमंड नहीं किया!


  • नर्स: मुबारक हो संता जी, आप पापा बन गए!
    संता: मेरी पत्नी को नहीं बोलना मैं उसे सरप्राइज़ दूंगा!


  • संता की पत्नी का रंग काला था! एक दिन उसने पीली साड़ी पहन कर संता से पूछा: मैं कैसी लग रही हूँ?
    संता: सदके जावा, जैसे कोयले की खान में आग लग गई हो!


  • पंजाबी बड़ी मजेदार भाषा है क्योंकि....
    एक छोटे से बच्चे को नंगा देख कर संता पूछता है:
    `ओये अज तेरी माँ ने कच्छी नी पायी!`

  • Wednesday, September 21, 2011

    Hindi Poem - बडे बाग के बडे पेड पर छोटी चिडिया रहती है

    Hindi Poem - बडे बाग के बडे पेड पर छोटी चिडिया रहती है

    बडे बाग के बडे पेड पर छोटी चिडिया रहती है,मौज-मजे से जीवन जी लो, सबसे वो ये कहती है
    दाना चुनती, तिनका चुनती,तिनके से अपना घर बुनती,आँधी आये,या फिर तूफाँ, सबसे डटकर लडती है!

    Hindi Poem - Maa kii Mamta

    Hindi Poem - Maa kii Mamta
                                    
    जब मैं छोटी बच्ची थी
    माँ की प्यारी दुलारी थी,
     माँ तो हमको दूध पिलाती
    माँ भी कितनी भोली-भाली ।

    माखन मिश्री घोल खिलाती
    बड़े मजे से गोद में खिलाती,
    माँ तो कितनी अच्छी है
    सारी दुनिया उसमें है ।

    Hindi Poem - ज़िन्दगी प्यार की दो चार घड़ी होती

    Hindi Poem - ज़िन्दगी प्यार की दो चार घड़ी होती है। 

     
    ज़िन्दगी है छोटी, हर पल में खुश रहो,आफिस में खुश रहो, घर में खुश रहो....
    आज पनीर नही है, दाल में खुश रहो,आज जिम जाने का समय नही, दो कदम चलके ही खुश रहो...
     
    आज दोस्तों का साथ नही, टी०वी० देख के ही खुश रहो...
     
    घर जा नही सकते तो फोन करके ही खुश रहो,आज कोई नाराज़ है, उसके इस अन्दाज़ में खुश रहो...
    जिसे देख नही सकते उसकी आवाज़ में खुश रहो
    जिस पा नही सकते उसकी याद में खुश रहो.....
    बीता हुआ कल जो जा चुका है, उससे मीठी यादें है, उनमें ही खुश रहो.....
     
    आने वाले पल का पता नही।।सपनों मे ही खुश रहो
    ज़िन्दगी है छोटी, हर पल में खुश रहो.....
    यह मत सोचो कि ज़िन्दगी मे कितने पल है ये सोचो कि....हर पल में कितनी ज़िन्दगी है......