Labels

Friday, January 27, 2017

महारानी पद्मिनी के चरित्र को दागदार करने पर संजय लीला भंसाली का विरोध

महारानी पद्मिनी के चरित्र को दागदार करने पर संजय लीला भंसाली का विरोध


अगर अहिंसा करना गलत है तो किसी महारानी के चरित्र पर दाग़ लगाने की कोशिश करना भी एक शर्मनाक गुनाह है। और वह महारानी ओर कोई नहीं, वो पद्मनी है जिसने अपनी मान मर्यादा की ख़ातिर ज़ोहर में आग की चादर ओढ़ ली थी, जिसकी मिसाल आज भी दी जाती है।
गर्व की बात होती है कि TV या Cinema के ज़रिये अपने इतिहास का बखान किया जाये। छोटे पर्दे पर रामायण, महाभारत, पृथ्वीराज चौहान, रानी लक्ष्मी बाई जैसी कहानियों को खूब सराहना मिली और यही नहीं कुछ साल पहले Sony TV पर चित्तौड़ की रानी पद्मिनी जा ज़ोहर नामक serial भी आया था, जिसका कोई विरोध नहीं किया गया था, क्योंकि उसकी पठकथा वास्तविकता पर आधारित थी।
मनोरंजन के माध्यम से ज्ञान मिलता है, क्योंकि बहुत कम लोग होंगे जिन्होंने महाभारत या रामायण पढ़ी होगी। सभी को TV से ही जानकारी मिली। ख़ास कर युवा पीढ़ी को इतिहास पढ़ने का शोक तो नहीं, लेकिन छोटे बड़े पर्दे पर ये कहानियां उन्हें लुभाती तो है ही साथ ही साथ उन्हें इसी बहाने ज्ञान भी मिल जाता है।
ऐसे में एक लेखक एवं निर्माता पर इतिहास को संजोय रखने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है और यदि आप इस तरह की ओछी हरकत करते है तो ये आपकी स्वतंत्रता पर हमला नहीं, बल्कि आपकी छोटी सोच का परिचय है।
Freedom of Speech और Freedom of Expression का जिस तरह से गलत फायदा उठाया जा रहा है, ये निंदनीय है


Visit for Amazing ,Must Read Stories, Information, Funny Jokes - http://7joke.blogspot.com 7Joke
संसार की अद्भुत बातों , अच्छी कहानियों प्रेरक प्रसंगों व् मजेदार जोक्स के लिए क्लिक करें... http://7joke.blogspot.com

No comments:

Post a Comment